छः दिन बाद, मंगलवार को हमारा #भारतीय_नव_वर्ष है। इसे मनाने की छोटी सी तैयारी करनी चाहिए -
● नववर्ष की शुभकामना दें।
● तिलक माथे पर लगायें।
● यदि हो सके तो वासन्तिक ध्वज भवन पर लगायें।
● उदित होते सूर्य को अर्घ्य दें।
● प्रातः काल से ही अपने परिचितों को बधाई देना आरम्भ करें।
● यदि कोई पूछे कि यह कैसा, कौन सा नववर्ष है तो उन्हें आत्मीयता से समझाएं -- आज की तिथि से भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि आरम्भ की थी -- चैत्रे मासिजगद्ब्रह्मा ससर्ज प्रथमेsहनि।
● पृथ्वी पर आज के ही दिन मनुष्य उत्पन्न हुआ था। अतः यह हमारा मधुमय नववर्ष है।
● नवरात्रि पर्व का सदुपयोग नववर्ष मनाने में करें। कोरोना से बचाव के साधनों को ध्यान में रखते हुए परिचितों को तिलक भी लगा सकते हैं।
● पूर्व सन्ध्या से नौ दिनों तक नववर्ष को जगाये रखें। नवरात्रि के आठवें दिन अशोक अष्टमी को अशोक की कलियाँ वितिरित करें।
सुरभित शीतल मन्द मलय हो
नववर्ष शुभ मङ्गलमय हो ।।
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हंसों का देश भारत
नववर्ष का करता स्वागत ।।
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जन गण की सर्वत्र विजय हो
नववर्ष शुभ मङ्गलमय हो ।।
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शीतल शशि शुभ सूर्य उदय हो
नववर्ष शुभ मङ्गलमय हो ।।
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