
चीन को घेरने के लिए अब भारत कोई भी खतरा मोल लेना नहीं चाहता और आज जो हुआ वह कूटनीति दृष्टि से बहुत बड़ी खबर है भारत और चीन के लिहाज से
ईरान जो भारत का दोस्त है ईरान का चीन के साथ बहुत घनिष्ठ संबंध है बल्कि ईरान और चीन के बीच हजारों करोड़ों का व्यापार भी है
देश की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस की यात्रा के बाद अचानक इरान चले गए पूर्वोत्तर पर चीन और पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान के नापाक हरकतों की वजह से भारत के रक्षा मंत्री ईरान यात्रा काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है
कूटनीति का खेल माना जाता है और ऐसा ही संकेत मास्को में मिला था जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई संयोग बैठक में पहुंचे थे इस दौरान चीन के रक्षा मंत्री भी वहां मौजूद थे
लेकिन चीन की सबसे ज्यादा बेचैनी भारत को लेकर नजर आई वहां पर चीन के रक्षा मंत्री भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को टकटकी लगाए देखते रहे रूस के रक्षा मंत्री भी सामने की तरफ देख रहे थे लेकिन चीन के रक्षा मंत्री की निगाहें राजनाथ सिंह जी के ओर से हट ही नहीं रही थी मतलब साफ है कि चीन किस कदर भारत से बातचीत करने को बेकरार है
यानी कल तक युद्ध की धमकी देने वाला चीन आज बातचीत के मुहाने तक आ पहुंचा है गौरतलब है कि अमेरिका के दबाव के बावजूद भी भारत और ईरान के संबंध में कोई प्रभाव नहीं आया मोदी सरकार 2014 से ईरान को अहम मान कर काम कर रही है और अगर ईरान भारत के पाले में आया और पुराने के वादे के अनुसार चला तो चाइना को काफी दिक्कत हो सकती है
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