भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपना बयान दर्ज करवाया है और जानकारी के मुताबिक कोर्ट ने आडवाणी से लगभग 100 सवाल पूछा जिसका जवाब आडवाणी ने दिया
स्पेशल CBI कोर्ट ने सीआरपीसी की धारा 313 के तहत बयान दर्ज किए पूर्व गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी स्पेशल सीबीआई अदालत के सामने दी गई apni गवाही में कहा: यह पूरा मामला राजनैतिक द्वेष का है आडवाणी ने कोर्ट को कहा कि तत्कालीन केंद्र सरकार ने राजनैतिक द्वेष की वजह से उन पर कार्यवाही की वह इस मामले में पूरी तरह निर्दोष हैं
अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने के 28 साल बाद अब जब उस भूमि पर राम मंदिर का शिलान्यास होने वाला है उस समय अदालत बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मार्गदर्शक लालकृष्ण आडवाणी से पूछ रही है 6 दिसंबर 1992 की दुपहरी क्या हुआ था जाहिर है कि अदालत ने CRBC की धारा 313 की तहत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनके बयान दर्ज कराए
इस बारे में एक हजार के करीब सवाल दर्ज किए गए थे वही 100 के करीब सवाल लालकृष्ण आडवाणी से पूछे गए जाहिर है ज्यादातर पूछे गए सवालों में लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि उनकी ढांचा गिराए जाने पर कोई भूमिका नहीं थी जितने इल्जाम लगाए गए हैं वह राजनीतिक नजरिए से लगाए गए
5 अगस्त को उसी विवादित जमीन पर जहां 6 दिसंबर 1992 को जहां विवादित ढांचा ढहा दिया गया था वहां राम मंदिर के लिए शिलान्यास भूमि पूजन होना है लालकृष्ण आडवाणी भी उनमें आमंत्रित होंगे
बयान दर्ज करवाने से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की थी दोनों नेताओं के बीच दिल्ली में 30 मिनट तक बातचीत हुई सूत्रों के मुताबिक बाबरी मस्जिद विध्वंस case me आडवाणी की पेशी से पहले इसके अहम पहलुओं पर बात हुई
इस मामले में उमा भारती, कल्याण सिंह अदालत के सामने अपना बयान दे चुके हैं अब 23 जुलाई को मुरली मनोहर जोशी ने भी अपना बयान दर्ज कराया था
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